CBSE 9वीं कक्षा में ओपन बुक परीक्षा की शुरुआत
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने शैक्षणिक सत्र 2026-27 से 9वीं कक्षा में छात्रों को किताब खोलकर परीक्षा देने की मंजूरी दे दी है। इस नए सिस्टम को ओपन बुक असessment कहा जाएगा।
🧐 क्या है ओपन बुक असessment?
ओपन बुक टेस्ट में छात्रों को परीक्षा के दौरान पाठ्यपुस्तक, नोट्स और संदर्भ सामग्री देखने की अनुमति होती है। इसका उद्देश्य रटने की बजाय समझ और विश्लेषण क्षमता पर जोर देना है।
📊 मुख्य विशेषताएँ
साल में तीन बार परीक्षा होगी।
भाषा, गणित, विज्ञान और सामाजिक विज्ञान जैसे मुख्य विषय शामिल होंगे।
प्रश्न इस तरह तैयार होंगे कि छात्र तार्किक सोच और समस्या समाधान क्षमता का इस्तेमाल करें।
🎯 फायदे
परीक्षा का तनाव कम होगा।
विचारणात्मक और विश्लेषणात्मक सोच मजबूत होगी।
छात्रों के प्रदर्शन में सुधार होगा।
रटने की बजाय समझ पर आधारित पढ़ाई को बढ़ावा मिलेगा।
📌 पायलट स्टडी के नतीजे
CBSE ने पहले पायलट प्रोजेक्ट चलाकर इस प्रणाली की जांच की थी। इसमें छात्रों के परिणाम 12% से 47% तक बेहतर पाए गए और उनकी सोचने-समझने की क्षमता में भी सुधार देखा गया।
🔍 निष्कर्ष
CBSE का यह कदम भारतीय शिक्षा प्रणाली में एक महत्वपूर्ण बदलाव है, जो छात्रों को वास्तविक जीवन की समस्याओं को हल करने की बेहतर क्षमता देगा। उम्मीद है कि आने वाले वर्षों में यह पहल छात्रों के लिए बेहद लाभदायक साबित होगी।
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