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पांच साल में 32% बढ़ी शेरों की संख्या – गुजरात में वन्यजीव संरक्षण की बड़ी सफलता गुजरात में एशियाई शेरों की संख्या में पिछले पांच वर्षों में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है। हाल ही में जारी 16वीं शेर गणना रिपोर्ट के अनुसार, राज्य में शेरों की संख्या 32% बढ़कर 891 हो गई है। यह उपलब्धि राज्य में वन्यजीव संरक्षण, बेहतर वन प्रबंधन और अवैध शिकार पर सख्त निगरानी का नतीजा है। विशेषज्ञों का मानना है कि शेरों के लिए सुरक्षित और संरक्षित आवास, पर्याप्त शिकार की उपलब्धता और सामुदायिक भागीदारी ने इस वृद्धि में अहम भूमिका निभाई है। गिर अभयारण्य और उसके आसपास के क्षेत्रों में शेरों के लिए लगातार निगरानी और सुरक्षा व्यवस्था मजबूत की गई है। स्थानीय लोगों की जागरूकता और सरकार के प्रयासों ने भी इस सफलता को संभव बनाया। वन विभाग का कहना है कि आने वाले समय में शेरों की संख्या को और बढ़ाने और उनके आवास क्षेत्र का विस्तार करने के लिए नई योजनाएं लागू की जाएंगी। यह उपलब्धि न केवल गुजरात, बल्कि पूरे भारत के लिए गर्व की बात है।
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